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जयपुर| जयपुर    के आगरा रोड पर चंद्र महल गार्डन के बाहर पांच दिन से खुले में सर्दी में धरने पर बैठे सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने चेतावनी दी है कि सरकार उनकी बात सुन नहीं रही है, तो धरना बढ़ाया जाएगा और बड़ी संख्या में बेरोजगारों और समर्थकों का धरना स्थल पर जमावड़ा लगाया जाएगा। इससे पहले शुक्रवार को उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी सहित कई नेता धरने पर पहुंचे।

गहलोत ने प्रदेश के लाखों युवाओं से धोखा किया 

सांसद मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ धोखा किया है। उन्होंने पेपर लीक प्रकरण में अधिकारियों और नेताओं को क्लीन चिट देकर पुलिस पर दबाव बनाया है। यही कारण है कि इस मामले में पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। राजस्थान में 4 साल में 16 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। जिससे प्रदेश के 50 लाख से ज्यादा युवाओं के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। वहीं बाहरी राज्यों के बेरोजगार राजस्थान में सरकारी नौकरी पर लग रहे हैं, जिससे राजस्थान के युवाओं का हक छिन रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत युवाओं की परेशानी को भूलकर सिर्फ अपनी सरकार बचाने में लगे हुए हैं। ऐसे में जब तक प्रदेश के युवाओं की मांगे पूरी नहीं हो जाती है। मैं यही धरने पर बैठा रहूंगा।

आंदोलन से निकले किरोड़ीलाल पर केंद्र की नज़र

किरोड़ीलाल मीणा को सर्दी में धरना स्थल पर ही रात को सोते और सुबह नारेबाजी, धरना करते देखकर कोई अचम्भा नहीं होता। उन्होंने धरना स्थल पर ही गणतंत्र दिवस पर राष्ट्र ध्वज फहराकर राष्ट्रीयता की भावना का संदेश भी युवाओं को दिया, क्योंकि डॉ. किरोड़ीलाल आन्दोलन की राजनीति से ही उठे जनाधार वाले नेता हैं। आदिवासी-मीणा समाज के साथ ही युवाओं में उनकी जबरदस्त पकड़ है। वह इसलिए क्योंकि युवाओं, बेरोजगारों और स्टूडेंट्स के हर मुद्दे पर वो उनके साथ खडे होने को तैयार रहते हैं। रीट पेपर लीक हो, जेईएन भर्ती हो या कोरोना पीरियड में होस्टल फीस का मुद्दा, ऐसे अनगिनत आंदोलन करके किरोड़ी ने युवाओं को न्याय दिलवाने में भूमिका निभाई है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार की नजर भी आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किरोडी लाल मीणा पर है। आदिवासी वोट बैंक के साथ ही वह युवाओं को भी प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल रिशफल के लिए उनका नाम राजस्थान से चल रहा है। डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी यह बात अच्छे से जानते हैं और उन्होंने आंदोलन के लिए मौका भी सही चुना है।

पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग

एक बार फिर आरपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच को लेकर सांसद किरोडीलाल मीणा पिछले पांच दिन से धरने पर हैं। धरना स्थल पर ही दिन और रात गुजर रही है। वहीं खाना और सोना हो रहा है। उनके कुछ समर्थक भी धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। साथ ही केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, बीजेपी के उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, विधायक रामलाल शर्मा, चंद्रभान सिंह आक्या, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री रहे अरुण चतुर्वेदी जैसे नेता धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दे चुके हैं। सांसद किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को हजारों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ जयपुर पहुंचे थे। जहां पुलिस ने उन्हें घाट की गुनी टनल से पहले ही उन्हें रोक दिया था। इसके बाद से मीणा अपने समर्थकों के साथ आगरा रोड पर धरने पर बैठे हैं। लगातार धरने के बाद गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव के साथ सरकार के आला अधिकारियों ने मीणा को मनाने के लिए चार बार बातचीत की। लेकिन पेपर लीक केस की सीबीआई जांच की प्रमुख मांग पर अब तक सहमति नहीं बन पाई है।

सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की मुख्य मांगें

1. रीट, आरएएस, जेईएन, पुलिस कॉन्स्टेबल, समेत 16 भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के आरोप है। 50 लाख से ज्यादा युवाओं का भविष्य इससे प्रभावित हुआ है। इसलिए इन सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच हो।

2. राजस्थान की सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवाओं को 90 प्रतिशत तक आरक्षण देकर कोटा रिज़र्व किया जाए। बाहरी राज्यों के युवाओं को नौकरियों में तवज्जो मिलने से राजस्थान के युवाओं पर रोजगार संकट के आरोप।

3. 28000 कम्युनिटी हेल्थ असिस्टेंट संविदा कर्मियों को नौकरी पर फिर से बहाल किया जाए।

4. सभी सरकारी विभागों में खाली लाखों पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए।

5. राजस्थान में भर्ती परीक्षा में हिस्सा लेने लिए दूसरे राज्यों की फर्जी डिग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे रोका जाए और फर्जी डिग्री-सर्टिफिकेट की धरपकड़ की जाए। ऐसे कैंडिडेट्स को हमेशा के लिए डिबार किया जाए और कानूनी सजा दिलाई जाए।