मांगरोल । मांगरोल में इटावा की ओर से आई एक स्कार्पियो ने मंगलवार की रात आठ बजे कस्बे में हडकंप मचा दिया। हम आपकों बता दे की

 

मांगरोल इटावा की ओर से स्कार्पियो में सवार होकर आए लोगो ने मगंलवार शाम को मांगरोल पुलिस पर नाकाबंदी के दौरान फायरिंग की, जिसमे पुलिस के जवान को (shot at the baran police)  गोलियां लगी।

 

बताया जा रह है कि पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान स्कार्पियो को रोकने की कोशिश कि थी, नाकाबंदी तोड़ने के बाद पुलिस ने रोका तो गाड़ी, तीव गति से चलाई, पुलिस ने पीछा किया, चलती स्कार्पियो का एक पहिया भी निकल आया, उसके बाद भी भगाया, स्कॉर्पियो में सवार लोगो द्वारा कोटा में दुर्घटना कर आने की मांगरोल पुलिस के पास पहले से सूचना थी, घटना के बाद मांगरोल थाने के बाहर लगा लोगो की बहुत भीड़ लग गई गाड़ी में आ रहे बदमाशों को पकड़ने के लिए मांगरोल ने की थी नाकाबंदी।

फिल्मी स्टाइल में तोड़ी नाका बंदी। 

 

कोटा रोड की तरफ से यह गाड़ी मांगरोल में प्रवेश कर गई थी. इन बदमाशों को मांगरोल पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, जिसके लिए बैरिकेड के साथ-साथ ट्रैक्टर ट्रॉली, ट्रक और पुलिस की गाड़ियों को खड़ा करके रोकने का प्रयास किया. इस दौरान बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में नाकाबंदी तोड़ी और पुलिस पर ही फायर शुरू कर दिया. यह बदमाश नाकाबंदी तोड़ते और फायरिंग करते हुए करते निकले. वहीं, पुलिस फायरिंग में इनकी गाड़ी का एक टायर पंचर हो गया. इसके बाद भी यह बदमाश तीन पहिए पर गाड़ी को भगाने लगे. हालांकि, पुलिस ने आजाद सुभाष सर्किल पर गाड़ी को दबोच लिया. बदमाशों की हरियाणा नंबर की गाड़ी को भी जब्त कर लिया, जिसमें शराब की बोतल मिली है. साथ ही चार से पांच बदमाश हैं, जिन्हें हिरासत में ले लिया है ।

 

कोटा में वारदात को अंजाम देकर हुए थे फरार :

 

पुलिस के अनुसार रामचंद्र और भीमराज आपस में रिश्तेदार हैं. रामचंद्र की खलचुरी की दुकान रानपुर में है, जहां पर दोनों बैठे हुए थे. इसी दौरान हिस्ट्रीशीटर कालू भड़क अन्य लोगों के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर आया. उसने रामचंद्र और भीमराज दोनों पर फायरिंग शुरू कर दी. इसमें भीमराज और रामचंद्र घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए निजी अस्पताल लाया गया. यह फायरिंग पुराने विवाद को लेकर हुई थी. इस मामले में पहले के रिश्तेदार पर जानलेवा हमला भी किया गया था. पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी थी और कोटा पुलिस की सूचना पर ही बारां पुलिस ने नाकाबंदी की थी.

 

10 थानों की पुलिस लगी हुई थी पीछे, पकड़ में आते ही हुई धुनाई:

 

कोटा में फायरिंग करने की सूचना के बाद कोटा सिटी पुलिस के अलावा कोटा ग्रामीण पुलिस भी नाकाबंदी में जुटी हुई थी. ये भी इन बदमाशों के पीछे लग गई थी. यह बदमाश बारां जिले के सीसवाली थाना इलाके से होते हुए मांगरोल में प्रवेश कर गए. इस दौरान इनके पीछे कोटा, दीगोद, सुल्तानपुर, बूढादीत, इटावा, अयाना, सीसवाली, मांगरोल, बारां, कोटा से पीछे कर रही थी. आरोपियों के पकड़ में आते ही पुलिस ने थाने के बाहर इनकी धुनाई शुरू कर दिया.

 

 

कंट्रोल रूम से मिली थी सूचना

 

एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि मंगलवार की शाम कोटा के रामपुर में फायरिंग की वारदात को अंजाम देने के बाद कार सवार हथियार बंद बदमाशों के इटावा, सुल्तानपुर, अयाना की ओर से होते हुए मांगरोल की ओर आने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने नाकाबंदी करवाई थी। बारां के मांगरोल थानाधिकारी रामस्वरूप मीना ने बताया की कोटा से बदमाशों के फायरिंग कर कार लेकर फरार होने की सूचना कंट्रोल रूम से मिली थी।

 

इस पर नाकाबंदी की जा रही थी। रात करीब आठ बजे नाकाबंदी के लिए जाते वक्त सिसवाली तिराहे के समीप बदमाशों ने पुलिस जीप को टक्कर मार दी। इसके बाद फायरिंग कर भागने लगे। थानाधिकारी मीना ने भी जवाब में फायरिंग की ओर बदमाशों का बाइक से पीछा किया।

 

स्कॉर्पियो का टायर पंक्चर होने के बाद भी बदमाश गाड़ी दौड़ाते रहे। थाने के सामने वाहनों को टक्कर मार दी और बैरिकेडिंग को तोड़ने का प्रयास किया। स्कॉर्पियो में बैठे बदमाशों ने देसी कट्टे से फायरिंग शुरू कर दी। तभी वहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने जवाबी फायरिंग की। इस दौरान कॉन्स्टेबल राहुल के हाथ की अंगुली में गोली लगी है। कॉन्स्टेबल विजय की जांघ में गोली लग गई। पुलिस ने मशक्कत करते हुए बदमाश कालू भड़क और हरिओम को धर दबोचा। दोनों कॉन्स्टेबल को गंभीर हालत में कोटा रेफर किया गया।