गत दिनों नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का केस दर्ज करवाया है . उनके खिलाफ नागपुर में पुलिस केस दर्ज किया गया है. समिति के श्याम मानव का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है तो वो कोर्ट का रुख करेगी. वहीं धीरेंद्र शास्त्री ने पलटवार करते हुए कहा,

‘मैं चुनौती स्वीकार करता हूं. श्याम यहां रायपुर आए, टिकट का खर्च मैं दूंगा. हमने दिव्य दरबार लगाया तो श्याम क्यों नहीं आए, अब हमें बदनाम करने की कोशिश हो रही है.’उन्होंने कहा, ‘आरोप लगाने वाले छोटी मानसिकता के लोग हैं. हम 7 दिन की ही कथा करते हैं. हमारा दावा नहीं की हम आपकी समस्या को मिटा देंगे. हमें अपने इष्ट पर भरोसा है. हम अंधविश्वास के पक्षकार नहीं हैं. हमारे इष्ट लोगों की समस्या को दूर करते हैं. क्या हनुमान जी की पूजा करना उनका प्रचार करना गलत है?’ धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह सब धर्म विरोधी लोगों का कारनामा है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चमत्कार को चुनौती देने वालों को जवाब देते हुए कहा, ‘हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार.’ नागपुर में कथा कर बागेश्वर धाम लौटे शास्त्री ने कहा, “हम सालों से बोल रहे हैं कि न हम कोई चमत्कारी हैं, न हम कोई गुरू हैं. नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने आरोप लगाया था कि उन्होंने चमत्कार के दावे कर कानून का उल्लंघन किया है.”
जानिए कौन हैं बागेश्वर धाम?
मध्यप्रदेश के धतरपुर जिले के ग्राम गड़ा में बागेश्वर धाम स्थित है। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham Sarkar) के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pt. Dhirendra Krishna Shastri) भक्तों को देखकर ही बता देते हैं कि उन्हें क्या समस्या है। बागेश्वर धाम में रोजाना हजारों की तादाद में लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं। जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए लंबी- चौड़ी लाइन लगती है। और बाद में पंडित धीरेंद्र भक्तों से मिलकर एक पर्ची बनाते हैं जहां वो उनकी परेशानियों को लिख देते हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री का ये अंदाज देख लोग सोशल मीडिया में हैरान हैं। दूसरे प्रदेशों से भी लोग बागेश्वर धाम को एकबार देखने आ रहे हैं।
रायपुर | छत्तीसगढ में रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में हो रहे राम कथा में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार लगाया । हैरान की बात रह यही की इस दरबार में न कोई एंट्री फीस, न टोकन न शुल्क सभी को इस दरबार में खुला आमंत्रण था । साथ ही धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल उठाने वालों को भी दरबार में शामिल होने का आमंत्रण था, हनुमान जी के भजनों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। दोपहर होते-होते पंडाल में भीड़ के बीच जो कुछ हुआ उसने लोगों को जय-जयकार करने पर मजबूर कर दिया ।
रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में राम कथा कार्यक्रम का आयोजन बीते 17 जनवरी से हो रहा है। यहां बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आए हुए हैं। शुरुआती दिनों में राम कथा हुई मगर नागपुर में इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री की सभा पर उठे सवाल और विवाद ने माहौल गर्म कर दिया । नागपुर के सामाजिक कार्यकर्ता श्याम मानव ने कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री अंधविश्वास को बढ़ावा देते हैं, अगर उनकी टीम से जुड़े लोगों के सवालों के जवाब वो दे पाए तो 30 लाख का ईनाम देंगे । खबर आई कि इस चैलेंज के बाद धीरेंद्र शास्त्री नागपुर से भाग गए थे इसी के जवाब में शुक्रवार को धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया। खुला चैलेंज किया कि श्याम मानव रायपुर आएं और देख लें कि वो कैसे लोगों की समस्या का समाधान बताते हैं। विवाद के चैलेंज की वजह से लाखों की भीड़ गुढ़ियारी के पंडाल में पहुंच गई। खुद धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि उनके पंडाल में शुक्रवार को 4 लाख लोग पहुंचे हैं। इसके बाद उन्होंने वो किया जिसकी वजह से वो चर्चा में छाए हुए हैं।
चैलेंज की वजह से बड़ी तादाद में मीडियाकर्मी भी धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार कवर करने पहुंचे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि कोई भी मीडिया पर्सन खड़ा हो, चारों पंडाल की लाखों की भीड़ में से किसी को भी उठाकर ले आए, उसके बारे में पहले से ही पर्चा लिख देंगे और उसके बारे में सब कुछ बता देंगे। रायपुर के पत्रकारों ने इसे चैलेंज को कबूला। दूसरी तरफ धीरेंद्र शास्त्री ने पलकें तेजी से झपकाईं, राम का ध्यान किया और कागज पर कुछ लिखने पत्रकारों से कहने लगे, जाइए जिसे चाहे उसे ले आइए, पर्चा तो उसी का निकलेगा। रिपोर्टर भीड़ में बढ़े। रिपोर्टर ने एक बीमार बच्चे के साथ आई महिला को भीड़ से उठाया। उसे मंच की ओर ले जाया गया। भीड़ और धीरेंद्र शास्त्री जय श्री राम के जयकारे लगा रहे थे। मंच पर जब महिला आई तो धीरेंद्र शास्त्री ने रिपोर्टर से पूछा कि जिस महिला को आप लेकर आए, क्या उसके बारे में जानते हैं, क्या उनका नाम जानते हैं, उन्हें पहचानते हैं रिपोर्टर ने न में जवाब दिया। महिला से भी यही बात बाबा ने पूछी महिला ने भी कहा कि वो पहले से न तो किसी जानती है, न ही किसी को अपनी समस्या बताई।
इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण ने महिला से उनके बच्चे का नाम पूछा महिला ने कहा दिव्यांश सिंह, बच्चे को चलने फिरने में समस्या थी बीमार रहता था। झट से धीरेंद्र शास्त्री ने पहले से लिखा पर्चा महिला के सामने धर दिया जिसमें लिखा था, महिला बच्चे को लेकर परेशान है बच्चे का नाम दिव्यांश है, नसों में परेशानी के कारण वो चल फिर नहीं पाता, बच्चे को झटके आते हैं। परिवार में आर्थिक परेशानियां हैं, परिवार कुल देवता कोई माता है। महिला बिलासपुर की रहने वाली हैं। ये देखकर भरे गले से महिला जय-जयकार करने लगी। भीड़ ने भी जय श्री राम का हुंकार भरता हुआ नारा लगाया, इसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने महिला को दो मंत्र बताए और कुल देवी की पूजा करने की सलाह देते हुए कष्ट दूर होने की बात कही।
वहीं पण्डित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि में सनातनी हिन्दू हु ना तो डरता हु ना भगता हु ।
बजरंग बली की कृपा से करते है लोगो की समस्या का समाधान :- पं धीरेंद्र कृष्ण कहते हैं बजरंग बली की कृपा से भीड़ में से किसी को भी उठाकर वो उसकी समस्या और समाधान बता देते हैं। इसके लिए कोई पैसा नहीं लेते। न ही खुद को संत बताते हैं और न ही किसी को अपने कार्यक्रम में आमंत्रित करते हैं। कोई