बागेश्वर धाम के पक्ष में खुलकर बोलते नजर आए भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी
इन दिनों देश में बागेश्वर धाम सरकार पर कई आरोप लगाये जा रहे है वही मैहर से भाजपा के विधायक नारायण त्रिपाठी बागेश्वर धाम के पक्ष में खुलकर बोलते नजर आए। उन्होंने शहर के वन विहार रोड स्थित एक होटल में नागपुर की समिति के खिलाफ एफ आई आर कराने तक की बात कर डाली। उन्होंने कहा कि इस समय लोग जल्द नाम कमाने के चक्कर में हिंदू वास्तव में भगवान राम कृष्ण और संत मुनियों के खिलाफ टिप्पणियां करने लगे हैं। कभी रामायण के नाम पर कभी धर्म गुरुओं के नाम पर लोग टिप्पणी कर रहे हैं। नागपुर की एक समिति ने भी बागेश्वर धाम सरकार के खिलाफ जादू टोना टोटका का हवाला देते हुए आरोप लगाया है। मामला दर्ज कराने का प्रयास किया गया। इस बात से दिल दुखता है कि कोई कैसे धर्म गुरु का अपमान कर सकता है। क्या किसी और धर्म में किसी और धर्म गुरुओं का अपमान करना संभव है।

कल भोपाल में महासभा का होगा आयोजन
विधायक नारायण त्रिपाठी ने बताया कि 22 जनवरी को भोपाल के 10 नंबर पर बागेश्वर धाम सरकार के पक्ष में एक महा सभा बुलाई जाएगी। जिसमें धर्म आस्था और अपने गुरुओं के खिलाफ बोलने वालों पर कार्रवाई की मांग की जाएगी। त्रिपाठी ने कहा कि जिस दिन बागेश्वर धाम सरकार ने कुछ ईसाईयों की हिंदू धर्म वापसी कराई उस दिन से लगातार उन पर आरोपों की झड़ी लग गई। इन सब बातों का समाज को विरोध करना चाहिए।

पाखंड और ढोंग में भरोसा नहीं : नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विवाद में अब मध्य प्रदेश के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने भी बड़ा बयान दिया। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि सनातन हिंदू धर्म और सनातन धर्म में विश्वास करते हैं, लेकिन पाखंड और ढोंग में उनका भरोसा नहीं है। देश में हिंदुओं की बड़ी तादाद है। वह भी पाखंड को ठीक नहीं मानते जब बाबा को नागपुर की याद विश्वास उन्मूलन समिति ने शक्तियां प्रमाणित करने की चुनौती दी तो वे वहां से क्यों भाग गए। अगर उनमें सच्चाई है तो जवाब दे। प्रमाणिकता के आधार पर जवाब दें।

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक ने की थी बाबा की शिकायत
हम आपको बता दे कि बागेश्वर धाम सरकार के नाम से फेमस पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पिछले दिनों नागपुर गए थे। जहां उन्होंने अपना दिव्य दरबार लगाया था, इसे लेकर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार प्रसार समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने पुलिस को शिकायत की थी। इसके बाद उनकी शिकायत सोशल मीडिया पर बाबा के खिलाफ प्रचारित की जा रही थी। मीडिया से चर्चा के दौरान श्याम मानव ने बताया कि नागपुर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा 5 से 13 जनवरी तक चलनी थी। आमंत्रण पत्र और पोस्टर में भी 13 जनवरी तक कथा का जिक्र था, लेकिन महाराज पूरी कथा करने के 2 दिन पहले ही नागपुर से चले गए। श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार को डर का दरबार बताया और कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने बताया कि दिव्य दरबार में धीरेंद्र शास्त्री भक्तों के नाम और नंबर से लेकर कई चीजे बताने का दावा करते हैं। हमने उनके एक ऐसे वीडियो को देखा, जिसमें ऐसे दावों को सिद्ध करने को कहा गया था। इसके बाद हमने उन्हें चुनौती दी, लेकिन वे नागपुर से चले गए।

क्या चुनौती दी गई थी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार प्रसार समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने अपने 10 लोगों को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सामने लेकर जाने को कहा था। 27 साल के बाबा धीरेंद्र शास्त्री को समिति के इन 10 लोगों के बारे में अपने ज्ञान से उनका नाम, नंबर, उम्र और उनके पिता का नाम बताना था। अगर इसे दो बार रिपीट करते या फिर 90% रिजल्ट भी देते तो समिति उन्हें ₹30 लाख का नाम देती, हालांकि इसके लिए उन्हें ₹3 लाख डिपाजिट करना होता। समिति अध्यक्ष के मुताबिक उन्होंने चुनौती नहीं स्वीकार की और पहले ही नागपुर से रवाना हो गए।
जानिए कौन हैं बागेश्वर धाम?
मध्यप्रदेश के धतरपुर जिले के ग्राम गड़ा में बागेश्वर धाम स्थित है। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham Sarkar) के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pt. Dhirendra Krishna Shastri) भक्तों को देखकर ही बता देते हैं कि उन्हें क्या समस्या है। बागेश्वर धाम में रोजाना हजारों की तादाद में लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं। जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए लंबी- चौड़ी लाइन लगती है। और बाद में पंडित धीरेंद्र भक्तों से मिलकर एक पर्ची बनाते हैं जहां वो उनकी परेशानियों को लिख देते हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री का ये अंदाज देख लोग सोशल मीडिया में हैरान हैं। दूसरे प्रदेशों से भी लोग बागेश्वर धाम को एकबार देखने आ रहे हैं।
वही छत्तीसगढ में रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में हो रहे राम कथा में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार लगाया ।
हैरान की बात रह यही की इस दरबार में न कोई एंट्री फीस, न टोकन न शुल्क सभी को इस दरबार में खुला आमंत्रण था । साथ ही धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल उठाने वालों को भी दरबार में शामिल होने का आमंत्रण था, हनुमान जी के भजनों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। दोपहर होते-होते पंडाल में भीड़ के बीच जो कुछ हुआ उसने लोगों को जय-जयकार करने पर मजबूर कर दिया ।
रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में राम कथा कार्यक्रम का आयोजन बीते 17 जनवरी से हो रहा है। यहां बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आए हुए हैं। शुरुआती दिनों में राम कथा हुई मगर नागपुर में इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री की सभा पर उठे सवाल और विवाद ने माहौल गर्म कर दिया । नागपुर के सामाजिक कार्यकर्ता श्याम मानव ने कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री अंधविश्वास को बढ़ावा देते हैं, अगर उनकी टीम से जुड़े लोगों के सवालों के जवाब वो दे पाए तो 30 लाख का ईनाम देंगे । खबर आई कि इस चैलेंज के बाद धीरेंद्र शास्त्री नागपुर से भाग गए थे इसी के जवाब में शुक्रवार को धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया। खुला चैलेंज किया कि श्याम मानव रायपुर आएं और देख लें कि वो कैसे लोगों की समस्या का समाधान बताते हैं। विवाद के चैलेंज की वजह से लाखों की भीड़ गुढ़ियारी के पंडाल में पहुंच गई। खुद धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि उनके पंडाल में शुक्रवार को 4 लाख लोग पहुंचे हैं। इसके बाद उन्होंने वो किया जिसकी वजह से वो चर्चा में छाए हुए हैं।
चैलेंज की वजह से बड़ी तादाद में मीडियाकर्मी भी धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार कवर करने पहुंचे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि कोई भी मीडिया पर्सन खड़ा हो, चारों पंडाल की लाखों की भीड़ में से किसी को भी उठाकर ले आए, उसके बारे में पहले से ही पर्चा लिख देंगे और उसके बारे में सब कुछ बता देंगे। रायपुर के पत्रकारों ने इसे चैलेंज को कबूला। दूसरी तरफ धीरेंद्र शास्त्री ने पलकें तेजी से झपकाईं, राम का ध्यान किया और कागज पर कुछ लिखने पत्रकारों से कहने लगे, जाइए जिसे चाहे उसे ले आइए, पर्चा तो उसी का निकलेगा। रिपोर्टर भीड़ में बढ़े। रिपोर्टर ने एक बीमार बच्चे के साथ आई महिला को भीड़ से उठाया। उसे मंच की ओर ले जाया गया। भीड़ और धीरेंद्र शास्त्री जय श्री राम के जयकारे लगा रहे थे। मंच पर जब महिला आई तो धीरेंद्र शास्त्री ने रिपोर्टर से पूछा कि जिस महिला को आप लेकर आए, क्या उसके बारे में जानते हैं, क्या उनका नाम जानते हैं, उन्हें पहचानते हैं रिपोर्टर ने न में जवाब दिया। महिला से भी यही बात बाबा ने पूछी महिला ने भी कहा कि वो पहले से न तो किसी जानती है, न ही किसी को अपनी समस्या बताई।
इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण ने महिला से उनके बच्चे का नाम पूछा महिला ने कहा दिव्यांश सिंह, बच्चे को चलने फिरने में समस्या थी बीमार रहता था। झट से धीरेंद्र शास्त्री ने पहले से लिखा पर्चा महिला के सामने धर दिया जिसमें लिखा था, महिला बच्चे को लेकर परेशान है बच्चे का नाम दिव्यांश है, नसों में परेशानी के कारण वो चल फिर नहीं पाता, बच्चे को झटके आते हैं। परिवार में आर्थिक परेशानियां हैं, परिवार कुल देवता कोई माता है। महिला बिलासपुर की रहने वाली हैं। ये देखकर भरे गले से महिला जय-जयकार करने लगी। भीड़ ने भी जय श्री राम का हुंकार भरता हुआ नारा लगाया, इसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने महिला को दो मंत्र बताए और कुल देवी की पूजा करने की सलाह देते हुए कष्ट दूर होने की बात कही।
वहीं पण्डित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि में सनातनी हिन्दू हु ना तो डरता हु ना भगता हु ।
बजरंग बली की कृपा से करते है लोगो की समस्या का समाधान :- पं धीरेंद्र कृष्ण कहते हैं बजरंग बली की कृपा से भीड़ में से किसी को भी उठाकर वो उसकी समस्या और समाधान बता देते हैं। इसके लिए कोई पैसा नहीं लेते। न ही खुद को संत बताते हैं और न ही किसी को अपने कार्यक्रम में आमंत्रित करते हैं।