फसल खराबे का किसान को पूरा मिले मुआवजा :सांसद दुष्यंत सिंह

बारां | वर्षा एवं अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर बुधवार को सांसद दुष्यंत सिंह ने जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिला कलेक्टर नरेंद्र गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों को स्पष्ट लहजे में कहा कि जिन जिन किसानों को फसल खराबे से नुकसान हुआ है उन्हें पूरा मुआवजा दिया जाना चाहिए|

उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि उड़द ,सोयाबीन, धान व मक्का आदि फसलों के खराबे का वास्तविक आकलन लगाया जा कर प्रभावित किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए| बैठक के दौरान बताया गया कि 17218 हेक्टेयर में उड़द की फसल बोई गई थी जिसमें से 2448 हेक्टेयर की फसल वर्षा से प्रभावित हुई है यह लगभग 60 से 70 प्रतिशत खराबी के बराबर है| इसी प्रकार सोयाबीन की फसल में 60 प्रतिशत खराबा, धान की फसल में 30 प्रतिशत खराबा एवं मक्का की फसल में 40 से 50 प्रतिशत खराबा हुआ है| बैठक के दौरान उपस्थित सांसद दुष्यंत सिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष जगदीश मीणा ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को साफ शब्दों में कहा कि प्रभावित किसानों को बीमा क्लेम करने के लिए 30 अक्टूबर तक का समय दिया जाना चाहिए ताकि वह समय रहते बीमित फसल का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर अपने प्रपत्र समिट कर सकें| उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा ब्लाक स्तर पर फसल खराबे के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति करे, जिसमें एक – एक प्रशासनिक अधिकारी एवं बीमा कंपनी का अधिकारी नियुक्त होना चाहिए, जिनके मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया जाए ताकि काश्तकार अपने खराबे की जानकारी पटवारी तथा बीमा कंपनी के प्रतिनिधि आदि से ले सके| सांसद सिंह द्वारा फसल खराबे की स्थिति के लिए पूछे गए सवालों पर कृषि उपनिदेशक अतीश कुमार शर्मा ने वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि फसल खराबे की जानकारी जुटाने का कार्य द्रुतगति से जारी है| बैठक में उप जिला प्रमुख छीतरलाल मेघवाल, पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्रप्रकाश विजय, पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, पूर्व चेयरमैन रामस्वरूप यादव, जिला मीडिया प्रमुख राजेंद्र शर्मा, बारां प्रधान मोरपाल सुमन, अंता प्रधान प्रखर कौशल आदि तथा उपखंड अधिकारी दिव्यांशु शर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे|