छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य को डीएफओ बारां के अधीन किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य जो डीएफओ वन विभाग कोटा के अधीन आता है लेकिन शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य का क्षेत्र बारां जिला के अंतर्गत आता है ऐसे में कोटा डीएफओ के पास और भी अभयारण्य हैं और कोटा से अधिक दूरी होने के कारण वन्य जीवों का संरक्षण नहीं हो पाता हैं। इसलिए वन्यजीव अभयारण्य को बारां डीएफओ के अधीन किया जाए जिससे पर्यटन का विकास एवं वन्य जीव का संरक्षण सही तरीके से हो सकें। शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में विभिन्न प्रकार के जीव जंतु पाए जाते हैं हरे मैदान होने के कारण यहाँ पेंथर, नील गाय, काले हरिण, जंगली सुअर, हायना, एवं मगरमच्छ मुख्य रूप से पाए जाते हैं पर्यटन की दृष्टि से शेरगढ़ किला भी इसी अभयारण्य के अंतर्गत आता हैं जो कि विकास के अभाव में जीर्ण-शीर्ण होता जा रहा है यदि क्षेत्र बारां डीएफओ के अधीन आ जाता है तो समय-समय पर मॉनिटरिंग हो सकेगी एवं क्षेत्र में पर्यटन एवं रोजगार को बढ़ावा मिल सकेगा। सरकार को इस ओर ध्यान देकर शीघ्र शेरगढ़ वन्यजीव अभयारण्य को डीएफओ कोटा से डीएफओ बारां के अधीन किया जाए, जिससे वन्यजीवों का संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।