छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने सरकार पर समय निकलने पर किसानों को बिजली देने के नाम पर नौटंकी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की जरूरत थी तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भारत जोड़ों यात्रा निकाल रहे राहुल गांधी की सेवा में जुटे थे। उस समय किसान बिजली के लिए तरस रहे थे। 8 घंटे की बजाय उन्हें 2 से 3 घंटे ही बिजली मिली। ट्रांसफार्मर खराब होने पर 72 घंटे में बदलने का नियम है, लेकिन कई दिन इन्हें नहीं बदला गया। जब किसानों ने परेशानी उठाकर फसलों को पानी दे दिया तो मुख्यमंत्री को उनकी याद आई है। खुद को जनता का ट्रस्टी बताने वाले मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि उन्होंने किसानों की परेशानी पर गौर करने की बजाय राहुल गांधी की उद्देश्यहीन यात्रा में समय खराब क्यों किया।

सिंघवी ने कहा कि बुधवार को ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में रबी फसल के लिए किसी भी कीमत पर किसानों को बिजली आपूर्ति में असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर औद्योगिक आपूर्ति में कटौती कर किसानों को राहत देने को कहा। सिंघवी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी हालात नहीं सुधरेंगे, क्योंकि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों की वजह से बिजली का संकट है। फिलहाल 1200 से 1500 मेगावाट तक बिजली की कमी चल रही है। यदि सरकार ने आपसी खींचतान और राहुल गांधी की अगवानी में समय खराब करने की बजाय इस ओर ध्यान दिया होता तो आज यह नौबत नहीं आती।