छबड़ा । राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश बारां के निर्देशानुसार वर्ष की चतुर्थ राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन दिनांक 12 नवंबर 2022 को न्यायालय छबड़ा में किया गया। न्यायालय अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश छबड़ा प्रीति नायक की अध्यक्षता में एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट छबड़ा क्रम-2 कमल कुमार की अध्यक्षता में बैचो का संचालन किया गया । न्यायालय अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश छबड़ा में एडीजे अटरू के विचाराधीन प्रकरण तथा प्री लिटिगेशन प्रकरण रखे गए। न्यायालय छबडा के प्रकरण हेतु अध्यक्षता प्रीति नायक एवं सदस्य अधिवक्ता राजेश भार्गव ने भाग लिया। लोक अदालत में सभी पक्षकारो व अधिवक्ताओ ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। लोक अदालत में प्री लिटिगेशन के मामले, धारा 138 एन आई एक्ट से संबंधित लंबित मामलों में, वसूली के लंबित मामलों , एमएसीटी प्रकरण , वैवाहिक विवाद आदि के निस्तारण के लिए आयोजन किया गया। प्री लिटिगेशन के कुल 21 प्रकरणों में राजनामा हुआ जिनमे 3256310 रुपये की अवार्ड राशि पारित कि एवं एडीजे छबड़ा न्यायालय में लंबित कुल 11 प्रकरणों में आपसी सहमति से राजीनामा करवाया गया और कुल प्रकरणों में 2510000 रुपये की अवार्ड राशि पारित की गई। एडीजे अटरू के 7 प्रकरणों में आपसी सहमति से राजीनामा करवाया गया और 2235000 रुपये की अवार्ड राशि पारित की गई। राजस्व मामलो में कुल 3 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। एसीजेएम क्रम 1 छबड़ा में 68 जिनमे 329600 रुपये की अवार्ड राशि पारित कि एवं एसीजेएम क्रम 2 छबड़ा में 93 प्रकरणों में आपसी सहमति से राजीनामा करवाया गया।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 10 वर्ष से लंबित प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इस लोक अदालत में 10 वर्ष से अधिक समय से चल रहे प्रकरणों को लोक अदालत के माध्यम से आपसी समझाइश करवाई जाकर निस्तारण किया गया। न्यायालय एडीजे छबड़ा में चल रहे प्रकरण साबिर अली बनाम शब्बीर भाई निवासी गण अलीगंज बाजार लोटा भैरू छबड़ा जिनका केस वर्ष 2012 से न्यायालय में चल रहा था जिसमें बटवारे को लेकर चल रहे विवाद को लेकर चल रहे झगड़े को लोक अदालत के माध्यम से समझाइश करवाकर राजीनामा करवाया गया। राजीनामे में अधिवक्तागण अब्दुल हसीब आलम और रामेश्वर गोयल उपस्थित रहे। साथ ही 10 वर्ष से अधिक समय से लंबित क्लेम के 1 प्रकरणों में भी राजनामा करवाया गया जो हेमराज बनाम रामगोपाल वर्ष 2012 से लंबित था। 10 वर्ष पुराने प्रकरण में न्यायालय एसीजेएम क्रम-2 छबड़ा से एक प्रकरण का निस्तारण किया गया। जो प्रकरण वर्ष 2012 से पहले भी मुलजिम में विचाराधीन था अभियुक्त की तलबी होने के बाद विपक्ष को लोक अदालत की भावना से राजीनामा करने हेतु प्रेरित किया गया जिसकी काउंसलिंग की गई समझाइश से राजीनामा करा दिया गया उक्त प्रकरण 10 साल से अधिक पुराना था।
राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालय के कर्मचारी गण में राधेश्याम मीणा रीडर, स्टेनोग्राफर सुखवीर लोधी, सुनिल कुमार यादव, अजीराम मीणा, प्रमोद कुमार नामा रीडर, सचिव हनुमान मीना, कुलदीप सिंह सेंगर, खालिद खान, आशु साहू, चंद्रमोहन, धनराज गुप्ता आदि उपस्थित रहे।