सिरोही. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार शाम करीब 5 बजे आबूरोड के (President Draupadi Murmu Sirohi Visit) मानपुर हवाई पट्टी पहुंची. यहां से राष्ट्रपति मुर्मू ब्रह्माकुमारी संस्थान के शांतिवन पहुंची. डायमंड हॉल में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ‘आध्यात्मिकता से स्वर्णिम भारत का उदय’ कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर उद्धघाटन किया. इस दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए द्रौपदी मुर्मू ने संस्थान की ओर से चलाए जा रहे अभियान के सफलता की कामना की. ।भारत शांतिदूत की भूमिका निभा रहा है-
उन्होंने कहा कि भारत इस समय जी -21 की अध्यक्षता कर रहा है, जिसका थीम है वसुधैव कुटुम्बकम यानी वन अर्थ वन फैमिली, वन फ्यूचर। अपनी संस्कृति के आधार पर हमारा देश आध्यात्मिक और नैतिकता के निर्माण के लिए सक्रिय है। भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, आदि शंकराचार्य और संत कबीर, महात्मा गांधीजी की शिक्षाओं ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है। ब्रह्मा बाबा ने जिस सोच के साथ महिलाओं को अग्रणी भूमिका दी इसी तरह विश्व समुदाय को आवश्यकता है कि महिलाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है। अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के साथ-साथ भारत शांति के अग्रदूत की भी भूमिका निभा रहा है। माउंट आबू से शुरू यह क्रांति देश के लोगों को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाएगा। माउंट आबू से जाकर बहनों ने पूरे विश्व में लोगों के अंदर विराजित शक्ति को पहचानने, सशक्त बनाने, ज्ञान देने और जागरूक करने का कार्य कर रही हैं।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, बीके करूणा, बीके मृत्युंजय, बीक सुषमा ने भी संबोधित किया। मानपुर एअर स्ट्रिप पर पहुंचने पर सांसद देवजी पटेल, राज्य सरकार के प्रतिनिधि शिक्षा, साहित्य, पुरातत्व एवं कला मंत्री डॉ बीडी कल्ला, विधायक संयम लोढ़ा, जगसीराम कोली, समाराम गरासिया समेत कई लोगों ने स्वागत किया।