राज्यपाल ने श्री प्रेम सिंह राजकीय महाविद्यालय भवन छीपाबड़ौद का किया लोकार्पण

 

बारां,16 नवम्बर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षा के अवसर सभी को समान रूप से प्राप्त होने चाहिए। शिक्षा जीवन को संवारती है एवं बालिकाओं की शिक्षा को बढावा देना चाहिए जिससे पूरा परिवार शिक्षित होता है।

राज्यपाल बुधवार को बारां जिले के दौर के तहत नवनिर्मित श्री प्रेम सिंह सिंघवी राजकीय महाविद्यालय भवन छीपाबडौद के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं की स्थापना के साथ महिला शिक्षा को बढावा देना आवश्यक है। एक महिला जिस परिवार में पढ लेती है वो पूरा परिवार शिक्षित हो जाता है। महिला शिक्षा का अर्थ समाज को व्यवहारिक रूप से सम्पन्न करना है। विधायक प्रताप सिंह सिंघवी क्षेत्र में कन्या महाविद्यालय बनाने की दिशा में कार्य कर रहे है इससे क्षेत्र की प्रत्येक बालिका को शिक्षा मिल पाएगी। यदि सभी महिलाएं शिक्षित होेंगी तो जीवन का सकारात्मक विकास होगा क्योंकि जो भी महान व्यक्ति हुए है उनकी उन्नति में उनकी माताओं व पत्नियों का योगदान रहा है।

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षा मनुष्य को आन्तरिक जगत से सामंजस्य और बाह्य जगत में समायोजन करना सीखाती है। इससे व्यक्ति विवेकशील व ज्ञानवान होकर सही निर्णय लेने में सक्षम होता है। शिक्षा नवाचार के अवसर प्रदान करती है और कक्षा में पुस्तकें पढने का अभ्यास ही जीवन में अनुशासन सीखाता है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने आत्मनिर्भरता की सीख दी थी और शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होकर वांछित लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सकती है।

गांव के विकास समाज का सर्वांगीण विकास

राज्यपाल ने कहा कि भारत को गांवों का देश कहा जाता है क्योंकि देश की आत्मा गांवों में बसती है गांव के विकास का अर्थ है समाज का सर्वांगीण विकास। इसलिए सभी को संकल्प लेना चाहिए शिक्षा का उपयोग गांवों के विकास के लिए करेंगे। महात्मा गांधी ने बुनियादी शिक्षा को आगे बढाया था जिससे शिक्षा का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों को अधिक से अधिक मिले और युवा ग्राम में उच्च शिक्षा प्राप्त कर ग्राम के विकास में सहभागी बने। ग्रामीण युवा शिक्षा प्राप्त कर रोजगार के लिए शहरों की ओर पलायन करते है जबकि उनको ग्राम में रहकर हस्तशिल्प, कृषि एवं स्थानीय कार्य को आगे बढाने के लिए शिक्षा का उपयोग करना चाहिए। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ किया जा सकेगा।

शिक्षा के लिए दान सबसे बडा कार्य

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि छीपाबडौद में पंचायत समिति स्तर पर महाविद्यालय खुलने से बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। स्थानीय विधायक प्रताप सिंह सिंघवी द्वारा अपने पूर्वजों की स्मृति में सेवा कार्य को आगे बढाते हुए इस महाविद्यालय का निर्माण करवाया गया है जिससे पूर्वजों की स्मृति सदैव जीवंत रहेगी। शिक्षा के लिए दान करना सबसे बडा कार्य है। उन्होंने कहा कि जिस तरह जीवन के लिए भोजन आवश्यक है उसी तरह जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा भी जरूरी है। इस मौके पर उन्होंने स्वर्गीय प्रेम सिंह सिंघवी के सेवा एवं विकास के लिए किए गए कार्यों को भी स्मरण किया।

समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा भारत के संविधान की प्रस्तावना एवं मूल कर्त्तव्यों का वाचन किया। इस मौके पर विधायक प्रताप सिंह सिंघवी द्वारा राज्यपाल कलराज मिश्र के जीवन पर आधारित अभिनन्दन पत्र भी भेट किया गया। विधायक सिंघवी ने अपने उद्बोधन में नवनिर्मित महाविद्यालय में वॉलीवाल, बैडमिंटन एवं फुटबॉल मैदान बनाने की घोषणा भी की। समारोह का शुभारंभ व समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

नवनिर्मित श्री प्रेम सिंह सिंघवी महाविद्यालय का किया लोकार्पण

राज्यपाल कलराज मिश्र ने नवनिर्मित श्री प्रेम सिंह सिंघवी राजकीय महाविद्यालय परिसर में भवन का लोकार्पण किया । उन्होंने इस मौके पर महाविद्यालय परिसर में श्री प्रेम सिंह सिंघवी की प्रतिमा का अनावरण भी किया।

हेलीपेड स्वागत व अभिनंदन-

राज्यपाल कलराज मिश्र का हेलीकाप्टर के माध्यम से दोपहर 12.33 बजे छीपाबड़ौद पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। विधायक छबड़ा प्रताप सिंह सिंघवी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जिला कलक्टर नरेेन्द्र गुप्ता, पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने बुके भेंट कर स्वागत व अभिनंदन किया।