रक्तकोष फाउंडेशन के राष्ट्रीय सयोजक अनिल मर्मिट द्वारा डॉक्टरेट उपाधि पूर्ण

 

रक्तकोष पदाधिकारियों द्वारा किया सम्मान

 

छीपाबड़ौद 3 अप्रेल

 

कोटा विश्वविद्यालय कोटा से बारां जिले के दुर्गों का 7 वी से 19 शताब्दी तक ऐतिहासिक अध्ययन विषय पर ग्राम पारलिया निवासी रक्तकोष फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक अनिल मर्मिट द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि पूर्ण की गई है। डॉक्टरेट की उपाधि पूर्ण होने पर रक्तकोष के बारां जिलाध्यक्ष नन्दलाल केसरी जिला संयोजक दुर्गाप्रसाद प्रजापति ने माला पहनाकर के भव्य स्वागत सम्मान किया है!

साथ ही सम्भागीय कॉर्डिनेटर सुरेन्द्र बरखेड़ी,जिला सचिव साजिद खान, जिला सचिव,सलाहकार शिवनारायण नामदेव,तहसील प्रभारी पवन वैष्णव,रक्तकोष के प्रचारक मुकेश डोड़रिया, विनोद वैष्णव,कुलदीपसिंह सिरोहिया,देवेंद्र गुर्जर,नरेश प्रजापति, पवन जोशी,कुलदीप चंदेल सहित ने हर्ष व्यक्त करके बधाई दी है!

 

जिलाध्यक्ष केसरी ने बताया कि मर्मिट ने शोध पर्यवेक्षक डाॅ. बाबूसिंह नरूका सहायक प्रोफेसर इतिहास विभाग कोटा के सानिध्य में पुर्ण किया है। शोध में विशेष रूप से शेरगढ़ , शाहाबाद, नाहरगढ, गूगौर, कोयला, बम्बुलिया, पलायथा, सारथल पर विशेष गहनता से अध्ययन किया है। ज्ञात है कि मर्मिट रक्तकोष फाउण्डेशन, समर्पण संस्था, समर्पण ब्लड डोनर ,आई बैंक सोसायटी ओफ राजस्थान, आई एस बी टी आई, इन्टेक एवं अध्ययन केन्द्र जयपुर आदी आदी संस्थाओं से जुड़कर कार्य कर रहे हैं। 50 से अधिक बार रक्त दे चुके है!