सीसवाली क्षेत्र के समीपवर्ती गांव मूड़ला मे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा की आज पुर्णाहुति हुई ।
कथा का वाचन आचार्य कौशल किशोर दाधीच रायथल वालो के श्री मुखं से 15 अप्रेल से किया जा रहा था ।कथा का वाचन दिन के बारह बजे से चार बजे तक नियमित सात दिनों से किया जा रहा था ! श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा का आयोजन बोहरा पांण्ड़े परिवार मुंडला द्वारा किया जा रहा था जिसमें आसपास के गांवों मूण्डली ,रायथल ,सीसवाली ,काचरी, सहित अंता ,बारां कस्बों के श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे ।कथा व्यास आचार्य कौशल किशोर दाधीच ने बताया की मनुष्य जीवन मे बड़े भाग्य से कथा सुनने का अवसर मिलता है ओर कथा सुनने मात्र से ही मनुष्य के करोड़ों पाप कटते है और जीवन का उद्धार हो जाता है ! करोड़ो पुण्य प्राप्त हो जाते है !कथा के अंतिम दिन कथा ने श्रीमद्भागवत का कथा सार समझाते हुए कहा कि सत्संग से ही मानवजीवन सार्थक हो सकता है सत्संग के बिना प्रभु की शरण नहीं मिलती और प्रभुशरणागति के बगैर मानव जीवन की सार्थकता नहीं है ।कथा के बीच बीच में प्रसंगानुसार भजनों ने श्रद्धालु स्रोताओं को नृत्य करने के लिए मजबूर किया ।