भीलवाड़ा जिलें से 34 बालिकाएं मिली लापता निरीक्षण में चौकाने वाला खुलासा सामने आया ।
भीलवाड़ा । राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो की जांच में भीलवाड़ा जिले के दो और गांवों में 34 बालिकाएं लापता मिलीं। इनका पता लगाने के लिए आयोग अध्यक्ष ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए। कानूनगो भीलवाड़ा जिले में स्टाम्प पर बालिकाओं को बेचने के मामले की जांच करने के लिए सोमवार को भीलवाड़ा पहुंचे हैं। उन्होंने जहाजपुर के गावों का दौरा कर जांच शुरू की । भीलवाड़ा जिले से लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले खान ने में आज राष्ट्रीय बाल आयोग द्वारा निरीक्षण के दौरान चौंकाने वाला खुलासा सामने आया जब जिले एक उपखंड क्षेत्र के दो गांव से 34 बालिकाएं लापता मिली है जिसने सबको चौंका दिया है। भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर उपखंड के पंडेर से स्टांप पेपर डॉ. मनोज पर लडकियों खरीद-फरोख्त का मामला हालांकि पुराना है लेकिन पिछले दिनों मीडिया द्वारा इस मामले को एक बार फिर उठाने के बाद राजस्थान सरकार में हलचल मच गई थी और महिला आयोग से लेकर राष्ट्रीय बाल आयोग और कई आयोग सक्रिय हो गएऔर जांच के लिए अलग-अलग भीलवाड़ा आने लगे ।
मामले में हालाकीं जिला कलेक्टर आशीष मोदी और पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू को पत्रकार वार्ता करके इसका खुलासा भी करना पड़ा लेकिन आयोग अपनी कार्यवाही करने में लगे हैं और इसी कड़ी में आज राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो और आयोग के पूर्व सदस्य शैलेंद्र पड़ताल पांडे तथा अन्य सदस्य आज भीलवाड़ा पहुंचे । उन्होंने जिले में पहुंचकर जहाजपुर उपखंड के इटुंडा और घोड़ गांव पहुंचे तथा अपनी जांच को नए तरीके से एंगल देते हुए इन्होंने इन दोनों ही गांव की सरकारी और प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण कर स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर वहां के नामांकन डाटा की जानकारी ली और पड़ताल की थी। स्कूल में और आंगनबाड़ी में कितनी बालिकाओं के नाम दर्ज है और वह कब से वहां नहीं आ रही है इस जांच पड़ताल और डाटा लेने के बाद वह जो बालिकाएं स्कूल और आंगनबाड़ी लंबे समय से नहीं आ रही है उनका पूरा पता लेकर उनके आवास पर पहुंचे और उनके परिजनों से इस संबंध में बातचीत की तथा बालिकाओं के बारे में पूछा लेकिन बालिकाएं वहां नहीं मिली और उन्हें परिजनों के द्वारा संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल पाया। इस जांच में करीब 34 बालिकाओं के डाटा सामने आए जो लापता है। इस पर आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों ने एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को इन लापता बालिकाओं के बारे में जानकारी करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष और सदस्य पंढेर गांव भी गए जहां दल ने जांच पड़ताल की।
बता दें कि अध्यक्ष कानूनगो ने स्टाम्प पर बालिकाओं को बेचने के मामले की जांच के लिए नई रणनीति अपनाते हुए भीलवाड़ा से जहाजपुर क्षेत्र के ईटून्दा गांव पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूल और आंगनबाड़ी का जायजा लिया। साथ ही वहां का डेटा भी चेक किया। उन्होंने स्कूल में कितनी बालिकाओं का नाम दर्ज है और वे कब से वहां नहीं आ रही हैं। जो बालिकाएं वहां नहीं आ रही थीं, उनमें से कई के मकानों पर कानूनगो पहुंचे। यहां उन्हें वे बालिकाएं नहीं मिलीं। जानकारी करने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला। ऐसे में इन बालिकाओं को मिसिंग मानकर इनका पता लगाने के निर्देश जहाजपुर एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को दिए हैं। इसी तरह की कार्रवाई उन्होंने धौड़ गांव में भी की। इन दोनों गांव में 34 बालिकाएं नहीं मिली हैं, जिनका पता लगाने को कहा गया है।