रिर्पोट माजिद राही मुख्य संपादक 

 छबड़ा  विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने किसानों को वर्ष 2021 व 2022 का बीमा क्लेम व मुआवजा समय पर नहीं देने का सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बारां जिले में पिछले साल वर्ष 2021 में अतिवृष्टि से खरीफ की फसलों में हुए व्यापक खराबे के मामले में बीमित किसानों को बीमा क्लेम का अभी तक भुगतान नही किया है। प्रदेश के कृषि आयुक्त की ओर से हाल ही में बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इण्डिया, जयपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक को इस संबंध में पत्र लिख कर सात दिन में किसानों को बीमा क्लेम वितरित करने को कहा गया था, किन्तु अभी तक किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिला है। बारां जिले में पिछले साल खरीफ की फसल में करीब 64 हजार किसानों ने फसल बीमा कराया था। हजारों किसान एक साल से बीमा क्लेम का इंतजार कर रहे है। उच्च स्तर पर जल्द बीमा क्लेम मिलने की बात सरकार द्वारा कहीं जा रही थी, किन्तु किसानों को अभी तक बीमा क्लेम की राशि नहीं दी मिली है।

सिंघवी ने कहा कि वर्ष 2021 का बीमा क्लेम प्रक्रियाधीन है और वर्ष 2022 का कार्य ऑनलाईन किया जा रहा है। वर्ष 2021 व 2022 में बीमा कंपनियों द्वारा सर्वे सही ढंग से नहीं किया गया है, जिससे काफी किसान बीमा क्लेम से वंचित हो जाएगें जबकि बीमा कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों को किसानों को साथ लेकर खेत पर जाकर उचित सर्वे करना चाहिए था, किन्तु बीमा कंपनी ने ऐसा नहीं किया। वर्ष 2022 की खरीफ की फसल में अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गई थी। वर्ष 2022 खरीफ की फसल के मुआवजे का कार्य ऑनलाईन चालू है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 का मुआवजा दिए जाने का कार्य ऑनलाईन पूरा किया जा चुका है। उच्च स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद मुआवजा वितरण की प्रक्रिया चालू कर दी जाएगी। प्रति दो हेक्टेयर भूमि तक 17000/- रुपये किसानों को दिए जाएगें, जो नुकसान को देखते हुए कम है।