Spread the love

राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ, जयपुर की नवीन प्रदेश कार्यकारिणी की राज्य स्तरीय बैठक किसान भवन, लाल कोठी, जयपुर में संपन्न हुई। प्रदेश स्तरीय बैठक में मुख्य अतिथि राजबिहारी शर्मा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, राजस्थान एवं गुजरात प्रदेश, अध्यक्षता कुलदीप जंगम, प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ, जयपुर एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में हरिमोहन शर्मा, प्रदेश महामंत्री, भारतीय मजदूर संघ रहे। प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप जंगम ने बताया कि राज्य स्तरीय बैठक में संघ के संपूर्ण कार्य बहिष्कार सहित आगामी गतिविधियांें पर विस्तार से चर्चा की गई एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों में आए सहकार बन्धुओं से आगामी रणनीति को लेकर सुझाव लिए गए। प्रदेश स्तरीय बैठक में राजस्थान प्रदेश के लगभग विभिन्न जिलों से लगभग 458 सदस्यों की उपस्थिति में प्रदेश स्तरीय बैठक संपन्न हुई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राजबिहारी शर्मा क्षेत्रीय संगठन मंत्री, भारतीय मजदूर संघ ने संबोधित करते हुए सहकार बन्धुओं की वाजिब मांगों के निराकरण को लेकर सरकार से शीघ्र-अतिशीघ्र निराकरण की मांग की एवं कहा कि यदि सरकार ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कार्मिकों की मांगों पर ध्यान नहीं देगी तो परिणाम भुगताने को भी तैयार रहे। क्योंकि सरकार की समस्त महत्वपूर्ण योजनाओं की क्रियान्विति करवाने में ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कार्मिकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप जंगम ने संपूर्ण राजस्थान प्रदेश में 01 अप्रैल 2022 से जारी संपूर्ण कार्य बहिष्कार के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि प्रदेश की 7133 के लगभग ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से लगभग 32 लाख किसानों की सेवा में लगे सहकारी समितियों के कार्मिकों की व्यथा को राजस्थान सरकार को अविलंब सुनना चाहिए एवं निराकरण करना चाहिए। प्रदेश महामंत्री टिकेन्द्र कटारा ने कहा कि यह वह कार्मिक है जो कोरोना के समय में विकट परिस्थितियों में भी बायोमेट्रिक का प्रयोग करवाते हुए सहकारिता विभाग के द्वारा बिना ब्याज अल्पकालीन फसली ़ऋण का विवरण करवाया था, जबकि समस्त विभागों में उक्त भीषण परिस्थितियों में बायोमेट्रिक को बंद किया गया था, लेकिन ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कार्मिकों ने अपने प्राणों की चिंता तक नहीं करते हुए अन्नदाताओं की निरंतर सेवा की थी। जिसमें कई सहकारी समितियों के कार्मिक कोरोना की चपेट में आए थे और काल का ग्रास बने थे। जिन्हें राज्य सरकार द्वारा कोरोना वॉरियर तक का दर्जा नहीं दिया गया। विशिष्ट अतिथि हरिमोहन शर्मा, प्रदेश महामंत्री भारतीय मजदूर संघ ने प्रदेश की ग्राम सेवा सहकारी समितियों में वर्षों से नियुक्त कार्मिकों की स्क्रीनिंग के माध्यम से स्थाईकरण कर, नियोक्ता निर्धारण करते हुए बैंक कर्मचारी अथवा राज्य कर्मचारी बनाने सहित लंबित वेतन भुगतान पर विस्तार से चर्चा कर राज्य सरकार से अविलंब मांगों पर ध्यान देते हुए कार्मिकों के भविष्य पर ध्यान देेने हेतु कहा। साथ ही कहा कि प्रदेश में सहकारी समितियों के 3 कार्मिकों का आर्थिंक तंगी के चलते आत्महत्या करना काफी चिंता का विषय है। भारतीय मजदूर संघ ने कहा कि चूंकि राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ हमारा आनुसांगिक संगठन है, इनकी समस्याएं हमारी समस्याएं है। इसलिए विभिन्न विभागों के हमारे कार्मिक आनुसांगिक संगठनों की सरकार की श्रमिक व कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में लगभग 50 हजार कार्मिकों की संख्या की आक्रोश रैली 6 मई को सायं 4 बजे शहीद स्मारक से सिविल लाइन फाटक, जयपुर पहुंचेगी। जिसमें मुख्य वक्ता विनय कुमार सिन्हा, अखिल भारतीय महामंत्री, भारतीय मजदूर संघ एवं राजबिहारी शर्मा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजस्थान एवं गुजरात प्रदेश होंगे। प्रदेश की ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कार्मिकों की प्रमुख समस्या 10 जुलाई 2017 तक नियुक्त कार्मिकों की स्क्रीनिंग द्वारा स्थाईकरण, नियोक्ता निर्धारण कर बैंक कर्मचारी अथवा राज्य कर्मचारी बनाना एवं लंबित वेतन भुगतान करना है। भारतीय मजदूर संघ ने अपने मांग पत्र में ग्राम सेवा सहकारी समितियों की मांग को शामिल किया है। राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप जंगम ने भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि राजस्थान प्रदेश के कोने-कोने से ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कार्मिक इस आक्रोश रैली में भाग लेंगे। इस दौरान संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदलाल जांगिड, चौधरी मेहताब सिंह सहित सहकारिता के क्षेत्र के विभिन्न वरिष्ठ सहकार बन्धुओं ने संबोधित किया।
प्रदेश स्तरीय बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी सहित विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्ष एवं सहकार बन्धु उपस्थित रहे। भारतीय मजदूर संघ के विभिन्न जिलों के जिला पदाधिकारी भी उक्त बैठक में शामिल हुए। प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रमुख रूप से झुंझुनू, जैसलमेर, भरतपुर, धोलपुर, बारां, बूंदी, बांसवाडा, जोधपुर, बीकानेर, अलवर, करौली, सवाई माधोपुर, डूंगरपुर, श्री गंगानगर, सिरोही, जालोर सहित विभिन्न जिलों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। इस दौरान प्रदेश संरक्षक आशु सिंह राठौड, प्रदेश संगठन मंत्री जसवंत सिंह राणावत, सहसंगठन मंत्री नितेंद्र कुमार शर्मा, महिपाल सिंह दवेला प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सहित विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्षों ने संबोधित किया। ज्ञातव्य रहे कि प्रदेश की ग्राम सेवा सहकारी समितियों के कार्मिकों द्वारा 01 अप्रैल 2022 से संपूर्ण राजस्थान प्रदेश में कार्यों का बहिष्कार कर रखा है।