लोकेशन छबडा
रिपोर्टर माजिद राही
श्री हनुमान सिद्ध साधना आश्रम,अमीरपुर खेड़ी पर मंगलवार को भगवान विष्णु के दसवें अवतार यानी वामन देवता की पूजा अर्चना कर निकाला भगवान का देव विमान।महंत सेवानन्द पुरी महाराज ने कहा की इस पर्व को जलझूलनी या डोल ग्यारस एकादशी के नाम से भी पुकारा जाता हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब भगवान विष्णु 4 महीने के लिए योग निद्रा पर चले जाते हैं तो 4 महीने में एक ऐसा समय भी आता हैं जब भगवान पृथ्वी लोक से पाताल लोक में रहकर योग निद्रा में रहते करवट लेते है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार परिवर्तिनी एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु भक्तों की सभी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण करते है। इस दिन भगवान विष्णु के दसवें अवतार यानी वामन देव की भी पूजा अर्चना की जाती है।अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष शंकर लाल नागर के अनुसार डोल ग्यारस पर अमीरपुर खेड़ी आश्रम से भगवान विष्णु के स्वरूप बाल श्री कृष्ण का विमान आश्रम से ट्रेक्टर की सवारी पर सवार हो मुआखेड़ा बस्ती,भुआखेड़ी ग्राम होता हुआ बेथली नदी पर पहुंचा रास्ते मे रंग,गुलाल ओर गुलाब के पुष्पों से भगवान के विमान का स्वागत हुआ।पवित्र बेथली नदी पर वामन देव सहित कृष्ण स्वरूप भगवान विष्णु की पुजा आराधना कर देश और प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की गयीं।इस अवसर भक्तों के सहयोग से भण्डारा भी आयोजित किया जिसमें भुवाखेड़ी, भीलवाड़ा नीचा,कड़ैया छतरी,गोड़िया चारण,छबड़ा,बाहरी,खोपर, कराड़ियापार आदि से श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया।