लोकेशन छीपाबड़ौद ।

रिपोर्ट – प्रधान संपादक क्रिश जायसवाल

छीपाबड़ौद उपखंड क्षेत्र के परवन वृहद सिंचाई परियोजना में कहीं गांव को डूब क्षेत्र में नहीं लेने के कारण स्थानीय लोगों में भारी रोष दिखाई दिया तो वही डूब क्षेत्र के रणजीत सिंह मालोनी ने जानकारी देते हुए बताया गया है कि आज कई गांव के डूब क्षेत्र के सदस्यों ने उपखंड मुख्यालय पर आकर धरना प्रदर्शन एवं विरोध प्रकट किया गया जिसमें बताया कि परवन सिंचाई परियोजना के डूब क्षेत्र के परिवारों की मुख्य समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम छीपाबड़ौद उपखंड मुख्यालय पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा गया । जिसमें परवन वृहद सिंचाई परियोजना के डूब क्षेत्र के परिवारों की समस्याओं का समाधान अगर समय रहते नहीं किया गया तो डूब क्षेत्र के किसान करेंगे उग्र आंदोलन जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी इसी के साथ डूब क्षेत्र के लोगों की तीन प्रमुख समस्याएं जिसमें।

*समस्याएं*
1 परियोजना के भराव क्षेत्र में बिलेंडी ककोड़ीखेड़ा पटपड़ी वह खरण को आंशिक डूब क्षेत्र मानकर विस्थापन सूची में शामिल नहीं किया है जबकि संपूर्ण परिवारों की जमीनों का अधिग्रहण किया जा चुका है तथा गांव के चारों ओर भराव क्षेत्र का पानी होने से यह गांव टापू बन जाएंगे जमीन छीनने से रोजगार बिना परिवारों का भरण पोषण मुश्किल हो जाएगा डूब क्षेत्र में किया जाए तथा सभी परिवारों को नियमानुसार मकानों का मुआवजा देकर पुनर्स्थापित किया जाए

2 विस्थापित परिवारों को मकानों का मुआवजा व पुनः स्थापित राशि नियम अनुसार पूरे दी जाए जिसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाए

3 पुनर्वास स्थल अटरू बारां विधानसभा क्षेत्र के अटरू के समीप छत्रपुरा गांव जहां पर डूब क्षेत्र के परिवारों को पुनर्वास के लिए जो प्लॉट दिए जा रहे हैं जहां पर बिजली सड़क पर जाल चिकित्सालय विद्यालय आंगनबाड़ी केंद्र विकसित होने पर ही विस्थापित परिवारों को गांव से पुनर्स्थापित किया जाए दिनांक 31 मार्च 2023 तक विस्थापितों को बाध्य नहीं किया जाए यदि किसानों की समस्याएं हल नहीं हुई तो उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।

उपखंड मुख्यालय पर इस दौरान डूब क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने पहुंचकर अपना अपना दुख दर्द नम आंखों से छलकते हुए आंसुओं के साथ अपने दुख को बयां करते हुए ग्राम पंचायत सुखनेरी के सरपंच प्रतिनिधि एवं पंचायत समिति सदस्य नंदकिशोर वर्मा ने बताया कि जिस जगह हमें पुनर्वास स्थल दिया जा रहा है जो हमारी तहसील में नहीं होकर जिले की दूसरी तहसील अटरू तहसील के छत्रपुरा में दिया जा रहा है लेकिन जब तक उस गांव में सभी प्रकार की सुविधाएं नहीं होगी काश करके बिजली और सड़क की सुविधाएं नहीं होगी जब तक हमें पुनर्वास स्थल पर जाने के लिए मजबूर नहीं करें इस दौरान डूब क्षेत्र के रणजीत सिंह मालोनी नंदकिशोर वर्मा पंचायत समिति सदस्य सुखनेरी मोहन लाल नागर घांसी लाल समेत कई परिवारों एवं गांव के लोग मौजूद रहे।