उपखण्ड छबड़ा को जिले का दर्जा दिलवाए जाने के लिए मुख्यमंत्री को सौंपा मांग पत्र ।

छबडा । बारा में गुरुवार को कांग्रेसी स्नेह मिलन समारोह एवं राजीव गांधी ओलंपिक खेल प्रतियोगिता के पुरस्कार समारोह में मुख्यमंत्री की सभा का आयोजन हुआ । इस दौरान मुख्य मंत्री अशोक गहलोत से  दिग्विजयसिंह नगर कांग्रेस अध्यक्ष व पंचायत समिति सदस्य, एडवोकेट  ने भेट करके मांग पत्र सौपा । मांग पत्र के अनुसार छबड़ा बारां जिले का उपखण्ड है, जो पूर्व में कोटा संभाग में बारां उपखण्ड व छबड़ा उपखण्ड थे जब कोटा जिला होता था तब भी छबड़ा उपखण्ड था छबड़ा उपखण्ड, बारां उपखण्ड के साथ बहुत पूराना उपखण्ड रहा है, लगभग वर्ष 1990-1991 में कोटा जिले से बारां उपखण्ड को अलग कर बारां जिला बनाया गया था, जिसमें बारां जिले में छबड़ा को उपखण्ड ही रखा गया, छबड़ा को क्षेत्रफल विस्तार क्षेत्र, जनसंख्या व प्रशासनिक दृष्ट्रिकोण से जनता को जनहित की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए छबड़ा उपखण्ड को जिले का दर्जा दिलवाया जायें। जिले का आकार जितना छोटा होगा उतनी ही जनहित में प्रशासनिक योजनाएँ उचित रूप से आम जन तक पहुँचने में सफल होती है। छबड़ा उपखण्ड का अधिकतर क्षेत्रफल मध्यप्रदेश की सीमा से सटा हुआ है, ऐसे में मध्यप्रदेश सीमा से लगे गांवों की दूरी जिला मुख्यालय बारां से लगभग 90 किलोमीटर रहती है, जिसमें मध्यप्रदेश सीमावृत्ति में पढ़ने वाले उपखण्ड छबड़ा के गांव को जिला मुख्यालय बारां जाने पर काफी दूरी तय करनी पड़ती है, बारा जिला मुख्यालय पर सीधा संवाद करने पर काफी परेशानी होती है, जिले का आकार जितना छोटा होगा उतना ही गावों, पंचायतों, ब्लॉक स्तर का सीधा सवांद जिला मुख्यालय तक हो सकेगा। छबड़ा टोंक रियासत का एक हिस्सा रहा है। भौगोलिक दृष्टिकोण से इस उपखण्ड का अधिकतम सीमा क्षेत्र मध्यप्रदेश राज्य से लगा हुआ है।

 

विधान सभा क्षेत्र का नाम छबड़ा है, जिसमें दो उपखण्ड है- छबड़ा-छीपाबड़ौद ।

 

आधौगिक दृष्ट्रिकोण से कोटा संभाग में महत्त्वपूर्ण उपखण्ड है, छबड़ा में मोतीपुरा में स्थित सुपर थर्मल पॉवर प्लांट स्थित है, इस प्रकार छबड़ा में थर्मल पॉवर प्लांट, बेथली डेम, हिंगलोट डेम जो पेयजल की दृष्टि से अच्छे स्त्रोत है एवं काफी दर्शनीय पर्यटन स्थल है, भौगोलिक व जनसंख्या दृष्टिकोण के आधार पर छबड़ा उपखण्ड को जिले का दर्जा दिलवाया जायें ताकि लोगों को जनहित में उचित सुविधाएं मिल सके।