जशपुर । आपने अभी तक देखा होगा कि जब सांप काटता है तो मनुष्य मर जाता है परंतु जब मनुष्य ने सांप को काटा तो साप क्यों मर गया ।
जशपुर जिले के तपकरा सहित अन्य इलाकों में सर्पदंश के कई मामले सामने आ रहे हैं. यहां हमेशा सर्पदंश से हर साल एक दर्जन से अधिक आदिवासियों की मौत हो जाती हैं. लेकिन इस बार आदिवासी इलाके की गार्डन तहसील में आने वाले पंडारापथ गांव में अनोखा मामला सामने आया है. यहां घर में खेल रहे एक बच्चे को कोबरा सांप ने काट लिया तो दर्द से बिलबिलाते हुए मासूम को भी गुस्सा आ गया और उसने भी उसी सांप को पकड़कर 2-3 जगह से दांतों से काट लिया. हैरानी की बात यह है कि इलाज के बाद तो 10 साल का मासूम बच गया, लेकिन कोबरा सांप की मौत हो गई.
हम आपको बता दें कि जिस बच्चे को सांप ने काटा था, वह छत्तीसगढ़ में विलुप्त होती जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय से आता है. इस जनजाति के लोग राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र भी माने जाते हैं. इस प्रजाति को बचाने के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है. बताया जा रहा है कि जब बच्चा आंगन में खेल रहा था उस समय सांप ने उसे डसा बच्चे को गुस्सा आ गया और गुस्से में उसने भी सांप को दो-तीन जगह पर काट लिया । इसके तत्काल बाद दीपक ने अपनी बहन को बताया कि उसको सांप ने डंस लिया है, तब मां और बहन से उसे अस्पताल पहुंचाया. मां ने भी यही बताया कि उसके बेटे को सांप ने काट लिया था और बेटे ने भी गुस्से में उसी सांप को काट लिया. दीपक की बहन भी इस मामले में बताती है कि उसका भाई दौड़ते हुए उसके पास आया और बताया कि दीदी सांप काट लिया. तब मां और हम मिलकर दोनों मिलकर अस्पताल ले गए.
दरअसल, ऐसा पहली बार हुआ है जब जहरीले सांप कोबरा ने बच्चे को काटा और वह बच्चा इलाज के दौरान बच गया. लेकिन बच्चे के काटने से सांप की मौत हो जाती है. सर्पदंश काटने के बाद मौत की आगोश से वापस आने वाले 10 साल के दीपक ने बताया, वह अपनी बहन के साथ आंगन में खेल रहा था, तभी अचानक पीछे से सांप आ गया और उसके पीठ पर चढ़ गया. सांप ने काटा तो उसे गुस्सा आ गया और तत्काल उसने भागते हुए सांप को पकड़ा और फिर उसे अपने दांतों से जगह-जगह काट दिया