मांगरोल बांरा सडक मार्ग क्षतिग्रस्त होने का खामियाजा आमजन के साथ बांरा कृषि उपज मण्डी में कृषि जिंस बेचने जाने वाले किसान भी उठा रहे है। बबोहत कस्बे के आबादी के मध्य दो किलोमीटर सीसीरोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। रोजाना सडक मार्ग से बांरा कृषि उपज मण्डी में कृषि जिंस बेचने जा रहे किसानों के टेक्टर ट्राली का टायर सडक़ मार्ग पर हुए गड्डो में से निकलते ही ट्राली के बिट के साइड व पीछे लगा ञिपाल फटते ही ट्राली से सडक मार्ग कृषि जिंस फैल जाती है जिससे किसान को आर्थिक नुकसान उठाना पडता है।बडौदा एमपी तहसील के ग्राम ठीकरिया के किसान गिर्राज मीणा ने बताया कि वह गांव से गुरूवार को कृषि उपज मण्डी बांरा मे टेक्टर ट्राली से गेहूँ बेचने जा रहा था लेकिन बोहत कस्बे के मध्य सडक मार्ग पर हुए गड्डो में ट्राली का पहिया जाते ही ट्राली के पीछे लगा ञिपाल फटते ही सडक मार्ग पर गेहूँ फैल गए वह तो दोपहर का समय था कि ग्रामीणो ने ट्राली से सडक मार्ग पर फैलते हुए गेहूँ देखकर किसान को आवाज देकर टेक्टर ट्राली को रुकवाकर किसान की मदद करते हुए ज्यादा नुकसान से बचा लिया अगर यह समय रात का होता तो किसान को ज्यादा आर्थिक नुकसान उठाना पडता ऐसे तो दो बोरी करीब गेहूॅ ही सडक मार्ग पर फेंल गया।किसान मुरलीधर शर्मा का कहना है कि बोहत से बांरा तक सडक मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है रोजाना बोहत से बडां बालाजी मंदिर के बीच सडक मार्ग पर हुए गड्डो से किसान टेक्टर ट्राली का पहिया उछलने से कृषि जिंस फैलना आम बात है। वहीं बांरा मे भी कृषि उपज मण्डी की और जाने वाला बांरा मांगरोल बाइ पास सडक मार्ग भी क्षतिग्रस्त है आए दिन रात के समय टेक्टर की ट्राली क्षतिग्रस्त सडक मार्ग से धीरे धीरे चलने से रात के समय स्मेकचियों द्वारा चलते टेक्ट्रर ट्राली से कृषि जिंस से भरे कट्टे बोरी को उतार लेते है किसान को कृषि उपज मण्डी में जाकर कृषि जिंस चोरी का पता चल पाता है। किसानो ने क्षतिग्रस्त सडक मार्ग के मरम्मत की सख्त आवश्यकता है जब ही जाकर किसान की समस्या दूर हो सकती है।