लोकेशन छबडा
रिपोर्टर माजिद राही
:श्री हनुमान सिद्ध साधनाश्रम,अमीरपुर खेड़ी पर महंत सेवानन्द पुरी महाराज की अध्यक्षता में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।आश्रम प्रवक्ता शंकर लाल नागर के अनुसार इस अवसर पर साधकों द्वारा बाल कृष्ण की झांकी सजाई गयीं।महंत सेवानन्द पुरी महाराज ने कहा कि संसार भर में हिन्दू सहित अनेक मतावलम्बियों द्वारा भी द्वापर युग से आज तक भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता रहा है,जन्माष्टमी महा पर्व रक्षाबंधन के बाद भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ही मनाया जाता है।इस तिथि पर भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में देवकी और वासुदेव के यहां 8 वें पुत्र के रूप में जन्म लिया था।द्वापर युग में आज की मथुरा नगरी का राजा कंस ही था,जो कि बहुत अत्याचारी था। उसके अत्याचार दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे थे,धरती पर बढ़ते पाप का अंत करने के लिए भगवान विष्णु ने ही देवकी के गर्भ से कृष्ण के रूप में अवतार लिया था और अनेक असुरों सहित कंस को मार कर उसके अत्याचारों से पृथ्वी माता सहित मनुष्य मात्र को मुक्त कराया था।तब से लेकर वर्तमान युग में भी जन्माष्टमी के मौके पर वृंदावन और मथुरा में जन्माष्टमी पर विशेष उत्सव मनाया जाता है। इस मौके पर यहां भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की झांकियां निकाली जाती है और विभिन्न मंदिरों को फूलों से सजाया जाता है तथा वहां विशेष पूजा का आयोजन भी किया जाता है। इस मौके पर यहां देश-विदेश से पर्यटक और कृष्ण भक्त आते हैं।आश्रम पर आमजन के दर्शनार्थ डोल ग्यारस तक भगवान श्री कृष्ण की झांकी सजी रहेगीं।