कोठारा – विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान के 5 जिलों के 88 प्रवासी कार्यकर्ता का दो दिवसीय प्रवासी कार्यकर्ता बैठक का उद्घाटन सत्र विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में हुआ।उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कुमार झा,प्रांत निरीक्षक विद्या भारती चित्तौड़ प्रांत,विशिष्ट अतिथि डाँ.राकेश डामोर मंत्री विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान व मान्ग पटेल सचिव विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान के सानिध्य में प्रारंभ हुआ।कार्यक्रम का श्री गणेश मां भारती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन व वंदना के साथ प्रारंभ हुआ।वंदना के पश्चात अतिथि का परिचय नारायण लाल गमेती द्वारा करवाया गया।अतिथियों का स्वागत भावजी डिंडोर व दिनेश डामोर जिला प्रवासी कार्यकर्ता द्वारा किया गया परिचय के बाद मुख्य वक्ता नवीन कुमार झा ने कहा कि हमारी मेहनत व परिश्रम से होगा,जनजाति क्षेत्र का कायाकल्प प्रवास कैसे करना प्रवासी कार्यकर्ता को प्रवास से पूर्व योजना बनाकर पूर्व तैयार मानसिक व शारीरिक तरीके से नियोजित रूप से तैयार होना प्रवास तय करना कि किस स्थान पर किस समय जाना वह किस से मिलना इसकी जानकारी पूर्व में देखकर के प्रवास करना प्रवास में शिक्षित युवाओं से संपर्क,भक्तों से संपर्क,सेवानिवृत्त कर्मचारियों से संपर्क,प्रबुद्ध नागरिकों,अभिभावकों,जनप्रतिनिधियों,सरकारी योजनाओं की जानकारी जन जन तक पहुंचाने का कार्य इत्यादि को संपर्क के समय साथ जोड़ना चाहिए। समाज प्रबोधन में हजारों वर्षों से मुगलों के आक्रमण के पश्चात भी यहां की व्यवस्था वैसी ही रही अपनी भाषा,व्यवस्था के प्रति हीनता ठीक नहीं है।इस हेतु समाज का जागरण करना सुरक्षा हेतु समाज पर आधारित रहना ना कि सरकार पर130 करोड़ हिंदू यदि जातियों में बांटते ही टुकड़े होंगे, संगठन में ताकत है।समाज में संगठन शक्ति का महत्व संभाल समाज को जागृत कर प्रबोधन करना संपर्क प्रशिक्षण व प्रबोधन अपने प्रवास का समय-समय पर मूल्यांकन करना। हम सब केंद्र के निरीक्षक नहीं, अपितु सहयोगी है चरवैती चरवैती जिस प्रकार नदी का जल निरंतर बहता है। सूर्य अपना प्रकाश से प्रगति को प्रकाशमय करता है प्रकृति निरंतर प्रगति करती है। उसी प्रकार निरंतर प्रवास से ही अपने स्वयं का विकास व प्रगति होती रहती है।यह जानकारी विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान के प्रचार प्रसार प्रमुख श्री सुरेंद्र आचार्य ने जानकारी से अवगत करवाया।