छबड़ा । पूर्व जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पार्षद खान ने कच्ची बस्ती के तहत पट्टे जारी करने की मांग का अधिशाषी अधिकारी और पालिका अध्यक्ष को सोपा ज्ञापन पार्षद शाकिर खान ने बताया कि छबड़ा शहर में निवास कर रहे गरीब परिवारों को प्रशासन शहरों के संग अभियान का लाभ नहीं मिल पा रहा है जितने भी गरीब परिवार अभियान को लेकर खुश नजर आ रहे थे उन सभी लोगों के सपने अब टूटने लगे हैं जहां छबड़ा पालिका ने स्टेट ग्रांट और 69 क के पट्टे बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी वही एक तबका ऐसा भी है जो बरसों से पट्टे का इंतजार कर रहे हैं किसी के पास नल का बिल है तो किसी के पास लाइट का बिल है तो कोई 15 से 20 वर्षो से उसी जगह पर निवास कर रहा है छबड़ा शहर में कच्ची बस्तियों को खत्म करने की वजह से इन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अधिकारी कहते हैं की छबड़ा शहर में कोई कच्ची बस्ती नहीं है इसलिए आपको कच्ची बस्ती के तहत पट्टा नहीं मिल सकता आपको राजकीय भूमि के हिसाब से पट्टा लेना पड़ेगा जिसमें आपको डीएलसी रेट का 10% जमा करना पड़ेगा तभी आपको पट्टा मिल सकता है जिन गरीब लोगो के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना भारी पड़ रहा है वहा डीएलसी रेट का 10% जमा करना मील का पत्थर साबित हो रहा है अभियान के दौरान चल रहे कैंपों में आए दिन इन गरीब परिवारों को चक्कर लगाते देखा जा सकता है जो निराश और उदास चेहरा लिए हुए इधर से उधर चक्कर लगाते रहते हैं वार्ड न 24 से लेकर वार्ड न 34 तक कई ऐसे वांछित परिवार निवास कर रहे हैं जो पिछले अभियानों में किसी कारण वश कच्ची बस्ती का पट्टा नहीं बनवा सके
थे सन 2004 और 2009 की वोटर लिस्ट में नाम होने के बावजूद भी इन्हे इस अभियान का लाभ नहीं मिल पा रहा हे ऐसा क्या कारण हुआ कि छबड़ा शहर से कच्ची बस्तियों को समाप्त कर दिया गया है जबकि यहां पर वार्ड नंबर 24 से लेकर वार्ड नंबर 34 तक पूरा कच्ची बस्ती क्षेत्र अब भी मौजूद है
आपसे आग्रह है कि जिन परिवारों के वोटर लिस्ट 2004 और 2009 में नाम मौजूद हैं एवं जिनके पास नल या बिजली के बिल उपलब्ध हैं उन्हें शीतलता प्रदान करते हुए कच्ची बस्ती के तहत छबड़ा नगर पालिका पट्टे जारी करें इस दौरान पार्षद हस्सान खान,राज मोहम्मद,ओसाफ अहमद,पूर्व पार्षद शकील अहमद आदि मोजूद रहे